When Mahatma Gandhi stopped the villagers from performing Kirtan...
जनरल स्मट्स ने साउथ अफ्रीका में महात्मा गांधी के बारे में कहा था- 'ही इज़ मैन ऑफ गॉड. लेकिन महात्मा गांधी नहीं चाहते थे कि लोग उन्हें भगवान कहें;
उन्होंने एक चिट्ठी में लिखा था कि अमेरिका, इंग्लैंड की माएं उनमें भगवान का अंश मानती थीं और बच्चों के बीमार होने पर वो उन्हें चिट्ठी लिखती थीं.
बीमार बच्चों की माएं उन्हें पत्र लिखकर अपील करती थीं कि बापू उनके बच्चे के लिए दुआ करें ताकि वो जल्द ही ठीक हो जाए.
एक बार महात्मा गांधी सहयोगियों के साथ जा रहे थे. रास्ते में एक बड़ा पेड़ दिखाजिसके नीचे कुआं था तो थोड़ी देर के लिए वो वहां आराम करने लगे.
तेज धूप के कारण नहाने के लिए पानी देखा तो पता चला कुआं सूखा है. उनके लिए दूर गांव से पानी लाया गया और फिर खाना बनाया गया.
शाम को जब महात्मा गांधी उठकर चलने लगे तो कुएं में पानी की धार फूट पड़ी. कुएं में पानी आ गया. गांव के लोगों को लगा चमत्कार हो गया है.
गांव वाले लोग उन्हें भगवान मानन लगे. कीर्तन करने लगे. शोर सुनकर बापू ने कहा कि गलतफहमी मत पालो. कीर्तन बंद करो और गांव वापस जाओ.
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